कुलगीत
जयति जयति कुलभूमि महान !
हिम-मणिका की गरिमा पावन,
गूँज रहा जिसका जय गान !!
हम कुबेर के वंशज बनकर,
रहे सत्य – हित हर पल तन कर,
धर्म मार्ग के हम हों दिनकर,
छेड़ें सृजन – मन्त्र की तान !
जयति जयति कुलभूमि महान !!
ग्राम – विकास की जोत जलायें,
नवल ज्ञान की मुक्ता लाएँ,
कर्म – मार्ग मिलकर अपनाएँ ,
बन जाएँ महावीर समान !
जयति जयति कुलभूमि महान !!
नर से दिव्य नरेंद्र बनाएँ,
मिटा अधर्म, धर्मेन्द्र बनाएँ,
कर्म सिखा कर्मेन्द्र बनाएँ ,
ह्रदय बने राजीव ललाम !
जयति जयति कुलभूमि महान !!
युवा – शक्ति का प्राण बनें हम,
नव युग का आह्वान बनें हम,
देव भूमि का मान बनें हम,
करें राष्ट्र का नव निर्माण !
जयति जयति कुलभूमि महान !!
यंत्र – विधा से प्रगति लाएँ,
स्वास्थ्य – शक्ति सबको दिलवाएँ,
वाणी – पुत्र हम सब कहलाएँ,
आए जग में स्वर्ण – विहान !
जयति जयति कुलभूमि महान !!